13 October, 2014

ANUGRAH MISHRA

बेहतर से बेहतर की तलाश करो;
मिल जाये नदी तो समंदर
की तलाश करो;
टूट जाते हैं शीशे
पत्थरों की चोट से;
टूट जाये पत्थर ऐसे शीशे
की तलाश करो।
#‎AnugrahMishra‬

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