01 October, 2013

ANUGRAH MISHRA

ANUGRAH MISHRA
 




"सब अपने दिल के राजा हैं सबकी कोई रानी है

कभी प्रकाशित हो न हो पर सबकी एक कहानी है

बहुत सरल है पता लगाना किसने कितना दर्द सहा

जिसकी जितनी आँख हँसे है उतनी पीर पुरानी 

है...!!!"



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