20 February, 2014

ANUGRAH MISHRA

ANUGRAH MISHRA

ANUGRAH MISHRA

ANUGRAH MISHRA

दुश्मनी का सफर, एक कदम - दो कदम,
तुम भी थक जाओगे, हम भी थक जाएँगे।

ANUGRAH MISHRA

ANUGRAH MISHRA


अखबारों की सुर्ख़ियों में आने लगा जो नाम मेरा
वो बिना पढ़े ही कईं कईं पन्ने पलटाने लगे हैं.






10 February, 2014

ANUGRAH MISHRA

ANUGRAH MISHRA

"मुसीबतों में उभरती है
शख्सियत यारो,
जो पत्थरों से ना उलझे
वो आइना क्या है"..